शामली, नवम्बर 8 -- शामली। शहर के सहारनपुर रोड स्थित एक बारातघर में शनिवार को सकल जैन समाज एवं दिगंबर जैन साधु सेवा समिति द्वारा 108 विमर्श सागर महाराज ससंघ का भव्यातिभव्य स्वागत भक्ति और श्रद्धा से किया गया। समाज के लोगों ने उनका स्वागत पुष्प वर्षा और मंगल ध्वनि के साथ किया। इस अवसर पर आचार्य श्री ने अपने गुरुदेव आचार्य श्री 108 विरागसागर महाराज के 33वें दीक्षा दिवस पर भक्ति भाव से प्रवचन दिया। उन्होंने कहा कि आचार्य विरागसागर महाराज एक महान योगी और समाज के पथप्रदर्शक थे, जिनका जीवन आध्यात्मिकता, सेवा और पवित्रता का अद्वितीय उदाहरण है। बताया कि पथरिया ग्राम में जन्मे इस महामानव ने अपनी तपस्या, विनम्रता और सेवा भाव से संपूर्ण समाज को आलोकित किया। वर्ष 1992 में 8 नवंबर को उन्हें आचार्य पद प्राप्त हुआ, जो न केवल उनके जीवन का गौरवशाली क्षण था...