नई दिल्ली, सितम्बर 6 -- राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, दिल्ली में शनिवार को 12वीं दीक्षांत समारोह मनाया गया। इस अवसर पर डिग्रियां प्रदान की गई। इस अवसर पर न्यायमूर्ति बी.वी. नागरथ्ना ने दीक्षांत भाषण में विद्यार्थियों की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि यह उपाधि केवल व्यक्तिगत सफलता नहीं बल्कि संविधानिक मूल्यों की रक्षा और समाज की सेवा का आह्वान है। उन्होंने स्नातकों को न्यायालय के अधिकारी और संविधान के संरक्षक बनने का संदेश दिया तथा नैतिकता और सत्यनिष्ठा को सर्वोपरि रखने की प्रेरणा दी। उन्होंने बदलते सामाजिक, तकनीकी और पर्यावरणीय परिदृश्यों में विधि की नई चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को नवाचार, न्याय और जनसेवा की भावना से कार्य करने का आह्वान किया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने अपने संबोधन में इस अवसर को न केवल स...