गढ़वा, मार्च 8 -- गढ़वा, जिला प्रतिनिधि। जहां कभी लाल आतंक का असर था उसी धरती पर अमोला देवी महिला स्वालंबन का एक बड़ा उदाहरण बनी है। एक दिहाड़ी मजदूर से अपनी जिंदगी की शुरुआत करते हुए आज लखपति कारोबारी बनने तक का सफर तय किया है। बदलाव की यह कहानी है केतार प्रखंड के चेचरिया की रहने वाली अमोला देवी का। वह महिला स्वालंबन का एक बड़ा उदाहरण है। कुछ वर्ष पहले तक अमोला दिहाड़ी मजदूरी कर किसी तरह परिवार का जीविकापार्जन में मदद करती थी। बदले हालत और उसके परिश्रम से उसका अपना डेयरी कारोबार है। अमोला ने दो साल पहले समूह से ऋण लेकर दो गाय से डेयरी का कारोबार शुरू किया। मात्र दो वर्ष में अमोला देवी ने ऋण को चुकता कर दिया। आज उसके डेयरी में गाय की संख्या दो से बढ़कर चार हो गई है। वह प्रतिदिन 40 लीटर दूध की बिक्री कर अपनी अच्छी आमदनी कर रही है। दिहाड़ी मजद...