दुमका, नवम्बर 3 -- दुमका, प्रतिनिधि। दिशोम जाहेर थान में दिशोम मांझी बाबा बीनीलाल टुडू के नेतृत्व में दिशोम नायके बाबा सीताराम सोरेन और समस्त मरांग बुरू भक्तों ने पूरे विधि विधान के साथ जानथाड़ का पूजा किया। दिशोम मांझी बाबा बीनीलाल टुडू ने बताया कि संताल परंपरा के अनुसार हर साल नए फ़सल की कटाई के पूर्व जानथाड़ की पूजा अर्चना किया जाता है। जिसमें मुख्य रूप से मरांग बुरू, जाहेर ऐरा, गोसाईं ऐरा आदि देवताओं को खेत से कुछ नए धान को लाकर चढ़ाया जाता है, ताकि खेत से घरों तक फसल को लाने में किसी तरह की समस्याएं न हो। साथ ही उसकी जरूरतों के अनुसार उनका उपयोग घरों में किया जा सके। दिशोम जोगमांझी बाबा मोहन मुर्मू ने कहा कि मरांगबुरु भक्त अपने परंपरा वेश भूषा पंछी डेंगा में दिशोम जाहेर थान पहुंचे। जहां दिशोम नायके बाबा की अगुवाई में विधि विधान के सा...