बोकारो, अगस्त 6 -- दिशोम गुरु शिबू सोरेन का गोमिया से रहा था ऐतिहासिक जुड़ाव गोमिया, अनंत कुमार। झारखंड आंदोलन के जननायक और दिशोम गुरु शिबू सोरेन का गोमिया से ऐतिहासिक रिश्ता रहा था। सत्तर के दशक में जब तत्कालीन बिहार सरकार ने उनके खिलाफ 'बॉडी वारंट जारी किया था और जिंदा या मुर्दा पकड़ने का आदेश दिया था, उस वक्त शिबू सोरेन ने गोमिया के करमाटांड़ गांव में 7 दिन तक शरण ली थी। शिबू सोरेन पहली बार 1972 में गोमिया के आईईएल थाना के निकट सभा करने पहुंचे थे। इस सभा में पूरे इलाके से आदिवासी, किसान और महाजनी शोषण से त्रस्त लोग बड़ी संख्या में जुटे थे। इस दौरान 'धनकटनी और 'जमीन वापसी के लिए हुंकार भरी गई थी। करमाटांड़ में रहा था 7 दिन का ठिकाना : बॉडी वारंट जारी होने के बाद शिबू सोरेन को गोमिया के करमाटांड़ गांव में मो सुलेमान और बंशी मांझी ने छिपा...
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