पटना, नवम्बर 8 -- अब बिहार में दिव्यांग छात्रों को प्रभावी और आधुनिक ढंग से पढ़ाने के लिए एक नवीन शिक्षण मॉड्यूल तैयार किया जाएगा। 35 वर्षों के बाद यह मॉड्यूल तैयार किया जा रहा है। नई शिक्षा नीति के तहत यह मॉड्यूल राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद की ओर से तैयार किया जाएगा। इससे पहले ऐसा वर्ष 1990 में बनाया गया था। इसके निर्माण का उद्देश्य वर्तमान परिदृश्य के अनुसार दिव्यांग बच्चों को विभिन्न कौशलों से लैस करना है। बच्चों के सीखने-समझने के स्तर और 21वीं सदी की मांग के अध्ययन के आधार पर यह मॉड्यूल तैयार होगा। जिसके आधार पर विशेष शिक्षकों को 1.5 लाख से अधिक बच्चों को प्रभावी ढंग से पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। नवाचारी शिक्षण पद्धतियों जैसे कि गतिविधि-आधारित शिक्षण, विशेष रूप से डिजाइन की गई शिक्षण-अधिगम सामग्री (टीएलएम) के प्रयोग पर म...