लखनऊ, मई 16 -- हाईपरटेंशन दिवस केजीएमयू फिजियोलॉजी विभाग के सर्वे में सामाने आए तथ्य, 16 स्कूल के आठ हजार बच्चों पर हुआ सर्वे लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। अब हाईपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) सिर्फ व्यस्क या बुजुर्गों की बीमारी नहीं रही, यह बच्चों को भी जद में ले रही है। यह खुलासा केजीएमयू फिजियोलॉजी विभाग के सर्वे में हुआ है। फिजियोलॉजी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. नरसिंह वर्मा ने बताया कि लखनऊ के 16 स्कूलों के 8000 बच्चों पर सर्वे किया गया। आठ से 18 साल के बच्चों को इसमें शामिल किया गया। इसमें सभी बच्चों का ब्लड प्रेशर मापा गया। उनका खान-पान, पढ़ाई से लेकर दिनचर्या के बारे में जानकारी ली गई। करीब चार फीसदी बच्चे हाईपरटेंशन के शिकार पाए गए। चौकाने वाले तथ्य यह भी है कि 98 फीसदी बच्चे दुबले-पतले और सामान्य वजन के थे। उन्होंने बताया कि मोटे लोगों में ब्ल...