बस्ती, फरवरी 7 -- बस्ती, निज संवाददाता। दिल के रोगी इस मौसम में अपना दिल थाम के बैठिए, क्योंकि हृदय रोग के मरीजों के लिए सरकारी अस्पतालों में मुकम्मल इलाज की व्यवस्था नहीं है। महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज की चिकित्सा इकाई ओपेक चिकित्सालय कैली हो या जिला अस्पताल में कॉर्डियोलॉजिस्ट नहीं हैं। लिहाजा, ऐसे मरीजों की फिजिशियन ही प्राथमिक इलाज कर हॉयर सेंटर रेफर कर देते हैं। दो दशक से 300 शैय्या वाला जिला अस्पताल एक अदद कॉर्डियोलॉजिस्ट की राह देख रहा है। बता दें कि जिला अस्पताल में बहुत पहले कॉर्डियोलॉजिस्ट के रूप में तैनात डॉ. बीपी सिंह का स्थानांतरण हो गया था, तब से हृदय रोग विभाग में ताला लगा है। ऐसे में यहां जो भी मरीज आते हैं, उनका फिजिशियन प्राथमिक उपचार के बाद गोरखपुर या लखनऊ रेफर कर देते हैं। यही हाल मेडिकल कॉलेज का भी है। 500 शैय्या वाले...