लखनऊ, मई 30 -- दिल की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। हर पांचवें दिल के मरीज की 100 फीसदी नसें बंद पाई जा रही हैं। इसकी वजह से खून की आपूर्ति प्रभावित होती है। ऐसे मरीजों को बाईपास सर्जरी की सलाह दी जाती है। लखनऊ में दिल की बंद नसों को बिना ऑपरेशन खोलने की तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है। चिकित्सा विज्ञान में इस तकनीक को क्रॉनिक टोटल ऑक्लूजन (सीटीओ) कहते हैं। इससे गंभीर मरीजों को बड़े ऑपरेशन से बचाने में कामयाबी मिल रही है। यह जानकारी पीजीआई के पूर्व कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. पीके गोयल ने दी। सुशांत गोल्फ सिटी स्थित एक होटल में इंडो-जैपनीज सीटीओ क्लब की 11वीं समिट हुई। इसका शुभारंभ डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने किया। उन्होंने कहा कि डॉक्टर समय-समय पर कार्यशाला करें। नई तकनीक साझा करें। इससे आधुनिक तकनीक का आदान प्रदान किया जा सकता है। मरीजों को आधुनिक ...