नई दिल्ली, अक्टूबर 30 -- दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि दिल्ली हिंसा की साजिश के आरोप में जेल में बंद जेएनयू के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद, शरजील इमाम और अन्य ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की आड़ में 'सत्ता परिवर्तन अभियान' चलाकर देश की संप्रभुता और अखंडता पर हमला करने की साजिश रची थी। दिल्ली पुलिस ने यूएपीए के तहत जेल में कैद खालिद, इमाम और अन्य आरोपियों की जमानत याचिकाओं के विरोध करते हुए शीर्ष अदालत मे यह दलील दी। दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में अपना हलफनामा दाखिल करते हुए उमर खालिद को मुख्य साजिशकर्ता बताया। हलफनामे में दिल्ली पुलिस ने कहा कि आरोपियों के कृत्यों में 'राज्य' को अस्थिर करने की जानबूझकर कोशिश शामिल थी, जिसके लिए उनको जेल होनी चाहिए, जमानत नहीं। पुलिस ने अपने हलफनामे में कहा कि आरोपियों के खिलाफ चश्...