नई दिल्ली, सितम्बर 28 -- दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) ने दक्षिण-पूर्व दिल्ली के जल विहार में स्थित विवादित बंगले को इंजीनियरों और मानव संसाधन अधिकारियों के ट्रेनिंग सेंटर में बदलने का निर्णय लिया है। यह फैसला शुक्रवार 26 सितंबर 2025 को डीजेबी की 174वीं बोर्ड बैठक में लिया गया। डीजेबी के पूर्व सीईओ ने कथित तौर पर 15वीं सदी के एक स्मारक को तोड़कर अपने लिए इस विवादित बंगले को बनवाया था। दिल्ली के जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को डीजेबी की 174वीं बोर्ड बैठक में इस फैसले को मंजूरी दी गई। उन्होंने बताया कि बैठक में पानी के बकाया बिलों पर लेट पेमेंट फीस (LPSC) पर 100 फीसदी छूट, लेट पेमेंट पर ब्याज को 5% से घटाकर 2% करने और अवैध पानी के कनेक्शनों को वैध बनाने के शुल्क में कमी को भी मंजूरी दी गई।बंग...