नई दिल्ली, सितम्बर 12 -- दिल्ली में तेजाब की बिक्री को कंट्रोल करने के लिए 2015 में बनाए गए कड़े नियमों को दस साल बीत चुके हैं, लेकिन आज भी राजधानी में यह खतरनाक कैमिकल आसानी से मिल रहा है। हमारे सहयोगी हिंदुस्तान टाइम्स की पड़ताल में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि तेजाब न सिर्फ खुले में बिक रहा है, बल्कि इसे खरीदने के लिए न तो कोई आईडी दिखाने की जरूरत पड़ती है, न ही खरीदने का कारण बताना पड़ता है। कई बार तो बोतल पर लेबल तक नहीं होता, जो 2013 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश और दिल्ली सरकार के नियमों का खुला उल्लंघन है।सुप्रीम कोर्ट का आदेश और कागजी नियम 2013 में एसिड अटैक की दिल दहला देने वाली घटनाओं के बाद सुप्रीम कोर्ट ने नाइट्रिक, फॉस्फोरिक, सल्फ्यूरिक और हाइड्रोक्लोरिक जैसे एसिड की बिक्री पर देशव्यापी पाबंदी लगाई थी। कोर्ट ने विक्रेताओं के लिए...