नई दिल्ली। हिन्दुस्तान टाइम्स, अप्रैल 29 -- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद दिल्ली पुलिस अलर्ट पर है। राजधानी में रह रहे अवैध नागरिकों की पहचान की जा रही है। इसी कड़ी में अब पुलिस ने फैसला लिया है कि वह उन लोगों से भारतीय नागरिकता के सबूत के तौर पर केवल वोटर आईडी कार्ड या पासपोर्ट ही स्वीकार करेगी, जिन पर कथित तौर पर अवैध रूप से रहने का शक है। मामले से अवगत अधिकारियों ने बताया कि ऐसे मामलों में आधार कार्ड, पैन कार्ड और राशन कार्ड अब वैध सबूत नहीं माने जाएंगे। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार ने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि पिछले साल अक्टूबर से शुरू किए गए सत्यापन अभियान के दौरान कई अवैध विदेशी नागरिकों, खास तौर पर बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं ने आधार, राशन या पैन कार्ड दिखाए थे। एक अधिकारी ने बता...