अंबाह(एमपी), नवम्बर 13 -- दिल्ली के जंतर मंतर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने वाले अंबाह निवासी लोकेंद्र सक्सेना का शव बुधवार को उनके निवास लाया गया। आज अंबाह में उनका अंतिम संस्कार किया गया। लोकेंद्र कोलड्रिंक की दुकान चलाते थे। बताया जा रहा है कि लोकेंद्र पिछले छह साल से सरकारी सिस्टम से परेशान थे। वह अपनी विधवा बहन रश्मि सक्सेना को अनुकंपा नियुक्ति दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। उन्हें लगा कि उनके इस कदम से शासन-प्रशासन जागेगा। भाई की मौत से टूट चुकी बहन रश्मि सक्सेना ने रोते हुए कहा कि अब वह नौकरी लेकर ही रहेंगी, नहीं तो वह भी आत्महत्या कर लेंगी। उन्होंने सवाल उठाया, क्या सरकार मुझ विधवा को भृत्य की नौकरी भी नहीं दे सकती है? लोकेंद्र सक्सेना बीते 06 साल में सरकारी सिस्टम से इतना परेशान हो गया कि उसे केवल खुद को खत्म करने से ही शा...