नई दिल्ली। राहुल मानव, अप्रैल 22 -- भाजपा का ढाई वर्ष के लिए निगम की सत्ता में आना तय माना जा रहा है। इससे पहले निगम में भाजपा ने 15 वर्ष सत्ता संभाली थी। मौजूदा समय में निगम के प्रशासनिक कामकाज को लेकर ढेरों चुनौतियां हैं। बीते दिनों कूड़ा उठाने के लिए संपत्तिकर के साथ उपयोगकर्ता शुल्क (यूजर चार्ज) को वसूलने के फैसले पर लोगों, व्यापारियों और आरडब्ल्यूए ने सवाल उठाए हैं। इसके अलावा, अवैध निर्माण की रोकथाम और खतरनाक इमारतों के सर्वे जैसी कई चुनौतियां का सामना भाजपा को करना पड़ेगा। साथ ही, स्थाई समिति के गठन न होने के कारण कई परियोजनाओं पर असर पड़ा है। इस समिति के गठन न होने की वजह से ढाई वर्ष से दिल्ली नगर निगम के प्रशासनिक कामकाज ठीक ढंग से नहीं हो पाया। इसके अलावा दिल्ली में पार्कों की खराब हालत, कई जगहों पर कूड़े के फैलने, जलभराव की समस...