नई दिल्ली, दिसम्बर 30 -- दिल्ली में हर सर्दी प्रदूषण की मार झेलनी पड़ती है, लेकिन इस बार एक सकारात्मक बदलाव दिखाई दे रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, इस साल पराली जलाने का दिल्ली के PM2.5 प्रदूषण में योगदान काफी कम होकर मात्र 3.5% रह गया है। पिछले साल यह 10.6% था।साल-दर-साल कम होता असर नोएडा के कार्यकर्ता अमित गुप्ता की आरटीआई से मिले इन आंकड़ों से पता चलता है कि पराली जलाने का योगदान लगातार घट रहा है। साल 2020 और 2021 में यह 13% था, 2022 में 9%, 2023 में 11%, 2024 में 10.6% और अब 2025 में सिर्फ 3.5% रह गया है। ये आंकड़े इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेटियरॉलजी के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) पर आधारित हैं। यह सिस्टम सैटेलाइट डेटा, हवा की दिशा और मौसम के पैटर्न से प्रदूषण का हिसाब लगाता है। ये आंकड़...