नई दिल्ली, अक्टूबर 25 -- दीवाली के बाद से ही दिल्ली-एनसीआर की हवा फिर से सांस लेने लायक नहीं रही। आतिशबाजियों की चकाचौंध और धूमधाम ने न सिर्फ रातों को जगमगाया, बल्कि हवा में जहर भी घोल दिया। इसके चलते अस्पतालों में सांस की तकलीफ और गर्भावस्था से जुड़ी समस्याओं के मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। डॉक्टरों का कहना है कि दीवाली के बाद हवा में फैला स्मॉग और शोर का कॉकटेल हेल्थ के लिए घातक साबित हो रहा है।सांस लेना हुआ मुश्किल 20 से 23 अक्टूबर के बीच दिल्ली-NCR की हवा 'बेहद खराब' श्रेणी में डूबी रही। PM2.5 का स्तर 675 तक पहुंच गया, जो पिछले चार सालों में सबसे ज्यादा है। इस जहरीली हवा ने बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को सबसे ज्यादा परेशान किया। सिल्वरस्ट्रेक सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. पुलकित अग्रवाल बताते हैं, "दीवाली के द...