नई दिल्ली, नवम्बर 6 -- दिल्ली की हवा इन दिनों धूल के बादलों में लिपटी हुई है। सरकारी नियमों की लंबी फेहरिस्त है, लेकिन जमीन पर उन्हें कोई पूछने वाला नहीं। हमारे सहयोगी हिंदुस्तान टाइम्स की पड़ताल ने शहर के कोने-कोने से खुलासा किया कि निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण के 12 सूत्री नियम और कचरे के निपटान के कानून खुलेआम ठेंगे पर हैं। इसकी का नतीजा है कि आसपास की गलियां, बाजार और घर धूल की मोटी चादर ओढ़े नजर आते हैं।सरोजिनी नगर बाजार में धूल का तूफान दक्षिण दिल्ली का मशहूर सरोजिनी नगर मार्केट चारों तरफ निर्माण साइटों से घिरा है। यहां फर्नीचर, कपड़े और दुकानों की चमक धूल की परत तले दब गई है। पेड़ों की पत्तियां भूरे-ग्रे रंग की हो चुकी हैं और हवा में हर वक्त धुंध छाई रहती है। करीब 1200 मजदूरों वाली साइट पर एंटी-स्मॉग गन खड़ी तो है, लेकिन मजदूरों ...