गंगापार, अक्टूबर 15 -- दीपावली के पर्व पर जहाँ बाजारों में रंग-बिरंगी रौनक दिखाई दे रही है, वहीं मिट्टी के दीये बनाने वाले कुम्हार अब भी अपने पुराने हुनर के दम पर अपनी रोज़ी-रोटी चलाने की कोशिश में लगे हैं। मगर इस बार उनके चेहरे पर पहले जैसी चमक नहीं दिख रही। उरुवा ब्लॉक स्थित समोगरा गांव के कुम्हारों का कहना है कि बाजार में सस्ते और आकर्षक चीनी दीयों व इलेक्ट्रिक लाइटों ने उनकी बिक्री पर असर डाला है। पिछले कुछ वर्षों से दीपावली पर मिट्टी के दीयों की मांग घटती जा रही है, जिससे उनकी मेहनत का पूरा दाम नहीं मिल पाता। कुम्हार रामसुचित प्रजापति बताते हैं कि पिछले साल के मुकाबले इस बार बिक्री कम है। दिये तैयार करने में हफ्तों की मेहनत लगती है, लेकिन ग्राहक अब प्लास्टिक और बिजली की लाइटें ज़्यादा पसंद करते हैं। अगर मौसम साथ दे और बाजार में भीड़ ...