सीवान, नवम्बर 19 -- गुठनी, एक संवाददाता। सरयू नदी में आई बाढ़ ने प्रखंड के किसानों को खेती करने का एक सुनहरा मौका दे दिया। सरयू नदी में आई मिट्टी ने किसानों को मानो दैवीय उपहार दे दिया हो। किसानों का कहना है कि बाढ़ की विभीषका के बाद नदी के दोनों तरफ बालू का रेत पड़ जाता था। जिससे हम लोगो को कई सालों तक खेती कम करना पड़ता था। उनकी माने तो इस साल नदी के द्वारा जो मिट्टी लाई गई है। उसका लाभ ये है कि हम उसपर कम लागत से गेहू व तिलहन की खेती आसानी से कर लेंगे। सरयू नदी के दियारा इलाको में बिगत 10 बर्षो से अधिक समय से ऊँचे जगहों पर ही खेती होती थी। लेकिन इस साल प्रखंड के ग्यासपुर , खडौली, मैरीटार, बलुआ, तिरबलूआ और दरौली, केवटलिया, मेलहनी, अमरपुर, डुमरहर, नरौली, दुब्बा, तियर गांव के सामने नदी के सुदूर दियारा में करीब दो हजार एकड़ जमीन पर गेहू की खेती...