रांची, सितम्बर 22 -- तमाड़, प्रतिनिधि। तमाड़ के प्राचीनकालीन सोलहभुजी मां दिउड़ी और हाराडीह के मंदिर में कलश स्थापित कर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की गई। दोनों मंदिरों में कलश स्थापना के साथ बलि बंद हो गई। नारियल फोड़ने से लेकर सभी प्रकार की बलि नवमी पूजा के बाद शुरू होगी। हाराडीह मंदिर में कलश स्थापना से पूर्व सैकड़ों महिला और पुरुषों ने कांची नदी से कलश में जल भरकर यात्रा के रूप में मंदिर परिसर में कलश स्थापित किया। वहीं नौ दिनों तक मां के विभिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाएगी।

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