फतेहपुर, नवम्बर 20 -- फतेहपुर। पानी वाली दाल का मामला हो या जिला अस्पताल में मरीजों को दी जाने वाली झीनी चादरें, मेडिकल कालेज में करीब 50 लाख की कीमत से खरीदे गए कम्यूटर प्रिंटर हों या मरीजों के लिये मंगाए गए बेड इन सब के पीछे सिर्फ एक नाम है डा.नरेश विशाल। यह वहीं डाक्टर हैं जिन पर जिला अस्पताल में तैनाती के दौरान साल 2018 में ऑपरेशन के एक मरीज से वसूली के आरोप लगे, अधिकारियों के लिये भी आपत्तिजनक बातें की, जिस पर मुकदमा दर्ज हुआ और निलंबन की कार्रवाई हुई। जिला अस्पताल में मरीजों को दिये जाने वाले भोजन को बनवाने की जिम्मेदारी अस्पताल प्रशासन की थी। सामान की आपूर्ति के लिये एक प्रयागराज की फर्म को टेंडर मिला हुआ है। इसकी निगरानी की जिम्मेदारी डा.नरेश विशाल की है। उनके ही अनुमति पर राशन की आपूर्ति होती है। भोजन में पड़ने वाले मसाला की आपूर...