भागलपुर, जुलाई 16 -- पति-पत्नी के दांपत्य जीवन संग मिलकर बिताने से जीवन सुखमय होता है। क्योंकि दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। अतः पति-पत्नी को प्यार से विश्वास से एक संग रहना चाहिए। यही नारी धर्म है, जिसका पालन सभी नारी को करना चाहिए। उक्त बातें दियारा क्षेत्र के बड़ी चटाइयां दुर्गा मंदिर परिसर में चल रहे श्रीराम कथा के दौरान कथा का वाचन करते हुए बाल व्यास विष्णु वैष्णो महाराज ने कही। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम के वन गमन के समय माता अनसुइयां ने अत्रि मुनि के आश्रम में माता सीता को यही उपदेश दिया था।
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