गढ़वा, सितम्बर 29 -- गढ़वा, प्रतिनिधि। सदर प्रखंड के तिवारी मरहतटिया गांव में शारदीय नवरात्र के अवसर पर हो रहे प्रवचन के छठे दिन उत्तर प्रदेश के लखनऊ से आयी प्रवचनकर्ता निशी शर्मा ने विवाह पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि समाज में दहेज की कुरीति बढ़ी है। उससे सामाजिक और पारिवारिक संबंध कमजोर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज में विवाह के पर्यायवाची तीन शब्द हैं ब्याह, विवाह और बियाह। ब्याह में साहित्य की दृष्टी से देखें तो ब के अंदर य जुड़ा हुआ है। मतलब बर और कन्या एक दूसरे से जुड़े हुये हों, दोनों पक्ष के समधी एक-दूसरे से जुड़े हुये हो, घराती-बाराती एक-दूसरे जुड़े हुये हों तो वह है ब्याह। दूसरा शब्द है विवाह जहां पर हर बात में वाह-वाह निकले। दूल्हा कैसा है वाह, व्यवस्था कैसी है वाह, भोजन कैसा है वाह, जहां चौतरफा वाह-वाह निकल रहा हो उसका नाम है...