मुंगेर, नवम्बर 18 -- मुंगेर, निसं/एसं केंद्र सरकार हो या बिहार की राज्य सरकार कृषि के क्षेत्र में विकास एवं उसके लिए लगातार प्रयास करने का दवा लाख करे, लेकिन स्थिति यह है कि, कृषि वैज्ञानिक सरकारी एवं विभागीय नीतियों की चक्की में पिस रहे हैं। स्थिति यह हो गई है कि, अब कर्मचारियों के साथ-साथ कृषि वैज्ञानिकों को भी अपनी मांगों को मनवाने के लिए हड़ताल पर जाना पड़ रहा है। यह स्थिति सोमवार को कृषि विज्ञान केन्द्र, मुंगेर में दिखाई पड़ी। फोरम ऑफ कृषि विज्ञान केन्द्र (केवीके) के बैनर तले सोमवार, 17 नवम्बर को देशभर के कृषि विज्ञान केन्द्रों के साथ मुंगेर के कृषि वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों ने भी अपनी लंबित मांगों को लेकर एक दिवसीय कलमबंद हड़ताल किया। हड़ताल के दौरान कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) एवं बि...