पौड़ी, अगस्त 16 -- थलीसैंण के बाकुंडा में भारी मलबे और पानी के तेज बहाव की चपेट में आए नेपाली डेरे से लापता हुए 5 मजदूरों का दस दिन बाद भी कोई पता नहीं चल पाया है। एसडीआरएफ और पुलिस का रेस्क्यू अभियान जारी है, लेकिन प्रशासन को सफलता नहीं मिल पा रही है। बीती 6 अगस्त को बाकुंडा के पास जगतपुरी-देहघाट मार्ग पर आए भारी मलबे की चपेट में यहां काम कर रहे नेपाली मजदूरों का डेरा आ गया था। जिसके बाद से इस डेरे में रह रहे 5 मजदूर लापता हो गए थे। तब से एसडीआरएफ और पुलिस की टीम इन लापता मजदूरों की खोजबीन में जुटी हुई है। बाकुंडा के जिस गदेरे से मलबा और पानी बहकर गया है वह बिनो नदी यहां से कुमाऊं की तरफ बहती है। यहां काफी खोजबीन के बाद भी जब लापता मजदूरों का कुछ पता नहीं चल सका तो सीमावर्ती अल्मोड़ा जिले की एसडीआरएफ और पुलिस टीम भी ने अपने क्षेत्र से सर्...
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