एटा, जुलाई 10 -- दस्त नियंत्रण माह में भी उल्टी-दस्त के मरीज अधिक आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव जाकर उल्टी-दस्त की बीमारी की रोकथाम को जागरूक कर रही हैं। इसके बाद भी बीमारी कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है। मेडिकल कालेज में प्रतिदिन 400 से 50 मरीज उल्टी-दस्त के आ रहे है। गुरुवार को दोपहर तक मेडिकल कालेज में संचालित हुई ओपीडी में उल्टी-दस्त के मरीजों की तादात अधिक रही। मेडिसिन ओपीडी में मौजूद डा. कासिफ ने बताया कि बरसात के मौसम में बाजार में बिक रहे तले, भुले खाद्य पदार्थ, कटे-दूषित फल, रस का सेवन करने से उल्टी-दस्त की बीमारी बढ़ रही है। ओपीडी में प्रतिदिन बड़ी तादात में लोग उल्टी-दस्त के आ रहे है। इसकी संख्या 40 से 50 तक पहुंच रही है। बालरोग चिकित्सक डा. शिवम यादव ने बताया कि बच्चों को गंदगी बोतल से दूध पिलाने की आदत बीमारी क...