नई दिल्ली, जून 7 -- जनपद में चार तहसीले है,लेकिन किसी भी तहसील में दस्तावेज लेखकों के बैठने के लिए चैंबर तक की सुविधा नहीं है। जबकि चारों तहसीलों और रजिस्ट्री कार्यालय में जमीन की खरीद-फरोख्त के लिए बैनामा लेखकों की करीब 150 संख्या है। तमाम समस्याओं से दस्तावेज लेखक जूझ रहे है। पर सरकार और प्रशासनिक स्तर से समस्याओं का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। हिन्दुस्तान ने दस्तावेज लेखकों के पास जाकर उनकी समस्याओं को सुना। दस्तावेज लेखकों का क हना है कि शहर में अलीगढ़ रोड़ पर तहसील में रजिस्ट्री कार्यालय है। इस रजिस्ट्री कार्यालय परिसर में जगह काफी कम है। बैनामा लेखकों के बैठने के लिए चैंबर तक की व्यवस्था नहीं हैं, तमाम दस्तावेज लेखक सड़क किनारे अपना बस्ता लगा रहे है। उनका कहना है कि प्रतिदिन 500 से 600 लोग आते जाते हैं। इतनी भीड़-भाड़ वाली जगह पर पीने ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.