फर्रुखाबाद कन्नौज, दिसम्बर 21 -- फर्रुखाबाद, संवाददाता। गंगा जमुनी तहजीब की मिशाल दरगाह शहाबुद्दीन औलिया के सज्जादा नशीन की दस्तारबंदी की गई। इसके बाद शाह मुहम्मद वसीम खान नायाब सज्जादा नशीन से सज्जादा नशीन बन गए। कई दरगाहों के सज्जादा नशीन पहुंचे और शाह मुहम्मद वसीम को पगड़ी पहनाई। इस मौके पर सज्जादा नशीन रहे मुहम्मद शरीफ के चेहल्लुम की फातिहा का एहतमाम किया गया। रविवार को लोको स्थित दरगाह हजरत शहाबुद्दीन औलिया पर सुबह से ही लोगों का पहुंचना शुरू हो गया। दरगाह पर महफिल ए शमा का एहतमाम किया गया। जिसमें शायरों और कब्बालों ने बेहतरीन कलामों से महफिल रोशन की। दोपहर बाद दरगाह पर दस्तार ए सज्जादगी कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसमें देवा शरीफ दरगाह के सज्जादा नशीन आले मुस्तफा उर्फ सोहेल मियां, मकनपुर दरगाह के सज्जादा नशीन प्रो. डा. सैय्यद हुसैन जाफ...