मुजफ्फर नगर, अगस्त 28 -- दसलक्षण पर्व, जैन धर्म का एक पर्व है जिसे पर्युषण पर्व भी कहा जाता है। यह पर्व आत्मा की शुद्धि के लिए मनाया जाता है। श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र वहलना के मीडिया प्रभारी रोहित जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि दस दिनों में जैन धर्म के अनुयायी दस लक्षण उत्तम क्षमा, उत्तम मार्दव, उत्तम आर्जव, उत्तम शौच, उत्तम सत्य, उत्तम संयम, उत्तम तप, उत्तम त्याग, उत्तम अकिंचन्य, उत्तम ब्रहमचर्य का पालन करते हैं। दसलक्षण पर्व गुरुवार 28 अगस्त से प्रारम्भ होकर शनिवार 06 सितंबर को समाप्त होगा। दशलक्षण महापर्व जैन धर्म का अत्यंत महत्वपूर्ण आध्यात्मिक पर्व है। जिसे पर्ययूषण पर्व के रूप में मनाया जाता है। इसका महत्व आत्मा की शुद्धि और मोक्ष मार्ग की साधना में अत्यंत गहरा है। इन दस दिनों में आत्मा को पवित्र बनाने वाले दस धर्मों की विशे...