रामपुर, अगस्त 31 -- रामपुर। जैन समाज का दशलक्षण पर्व का चौथा दिन उत्तम शौच दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर फूटा महल एवं श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में सुबह से ही विशेष धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। भक्तों ने भगवान की पूजा-अर्चना कर आत्मशुद्धि एवं आंतरिक पवित्रता का संकल्प लिया। सांयकाल में इंदौर से पधारी ब्रह्मचारिणी बबीता एवं ब्रह्मचारिणी प्रज्ञा दीदी ने उत्तम शौच धर्म का महत्व समझात हुए कहा कि जैसे गंदे पात्र में रखा हुआ अमृत भी दूषित हो जाता है, वैसे ही अशुद्ध हृदय में भक्ति और साधना का बीज अंकुरित नहीं हो सकता। शौच का पालन करने से आत्मा के ऊपर जमे हुए कर्मों का मैल धीरे-धीरे धुलने लगता है। कहा कि शौच का वास्तविक अर्थ केवल बाहरी स्वच्छता नहीं है, बल्कि मन, वच...