मुजफ्फरपुर, सितम्बर 9 -- मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे दशलक्षण पर्व का समापन सोमवार को क्षमावाणी दिवस के साथ हुआ। सुबह में भगवान आदिनाथ का अभिषेक एवं शांतिधारा संपन्न हुई। प्रवचनमाला में विद्वानों ने क्षमा के महत्व पर प्रकाश डाला। कहा कि क्षमा ही धर्म का सर्वोच्च आभूषण है। इससे आत्मा निर्मल बनती है। समापन के अवसर पर मंदिर प्रांगण से भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें सुसज्जित रथ, धार्मिक झांकियां, भक्ति गीत और बाल-बालिकाओं की प्रस्तुतियां मुख्य आकर्षण रहीं। श्रद्धालुओं ने जयघोष और भक्ति भाव से उत्साहपूर्वक सहभागिता की। संध्या में भक्ति गीतों एवं आरती के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इसमें बालक-बालिकाओं ने धार्मिक नृत्य, गीत और नाट्य की प्रस्तुतियां दीं l अंत में सभी ने एक-दूसरे से क्षमा...