बागपत, सितम्बर 7 -- बागपत शहर के श्री दिगंबर जैन बड़ा मंदिर में शनिवार को दशलक्षण पर्व के अंतिम दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म और रत्नत्रय धर्म में सम्यक चारित्र की पूजा हुई। जिसमें वासु पूजा भगवान का मोक्ष कल्याणक व अनंत नाथ भगवान की पूजा कराई गई। सिद्ध चक्र विधान के 105 अघ्र्य मंडले पर चढ़ाए गए। सुबह के समय नित पूजन हुआ। जिसमें सर्वप्रथम श्री अजीत नाथ भगवान, श्री शांतिनाथ भगवान, श्री नेमी नाथ भगवान व श्री पारस नाथ भगवान का अभिषेक शुद्ध जल से मंत्रोच्चार के माध्यम से किया गया। सौधर्म इंद्रों ने शांति धारा की। इसके बाद श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान प्रारंभ किया गया। विधानाचार्यों ने नित्य नियम की पूजा, सम्यक चरित्र वासूपुज भगवान की निर्वाण लाडू, अनंत नाथ भगवान की पूजा कराई गई। सिद्ध चक्र विधान के 105 अघ्र्य मंडले पर चढ़ाए गए। सिसाना और सरूरपुर गा...
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