गोरखपुर, फरवरी 16 -- गोरखपुर, निज संवाददाता। 25 साल पहले गोरखपुर में करीब 100 स्कूलों को बांटी गई दशमोत्तर छात्रवृत्ति में घोटाले की बू आ रही है। सतर्कता विभाग ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। सतर्कता विभाग की चिट्ठी पर जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) कार्यालय ने संबंधित स्कूलों को सहयोग करने का निर्देश दिया है। उनसे कहा गया है कि वर्ष 1999-2000 में वितरित की गई छात्रवृत्ति की जानकारी उपलब्ध कराएं। जानकारी सामने आने के बाद ही पता चलेगा कितना बड़ा घोटला हुआ है। उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान, (विजिलेंस) गोरखपुर सेक्टर की जांच के अनुसार, तत्कालीन जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी सर्वजीत लाल श्रीवास्तव पर 1999-2000 में अनियमित तरीके से छात्रवृत्ति की राशि आवंटित करने का आरोप है। पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है कि ...