सुल्तानपुर, अक्टूबर 17 -- सुलतानपुर, संवाददाता । जिले में कई दशक पहले हुई बोरिंग वाले निजी नलकूप पानी छोड़ने लगे हैं। जिससे किसानों को फिर से बोरिंग कराना पड़ रहा है। गहरी बोरिंग की मांग अधिक है, लेकिन लक्ष्य कम होने से 10 फीसदी किसानों को योजना का लाभ नहीं मिल पाता है। जिले में कई राजकीय नलकूप भी खराब पड़े है। इससे किसान अधिक क्षेत्रफल निजी नलकूप के माध्यम से सिंचाई करते हैं। जिले में विभिन्न योजना के तहत एक लाख से अधिक नलकूपों की बोरिंग हुई है। जिसके माध्यम से सिचिंत क्षेत्रफल का 83 प्रतिशत निजी नलकूप के माध्यम से सिंचाई होती है। निशुल्क बोंरिग योजना के तहत दो दशक पहले हुई बोरिंग जबाब देने लगी है। पानी छोड़ने के कारण किसानों को फिर से बोरिंग करानी पड़ रही है। वाटर लेबल नीचे जाने से अधिक गहराई तक बोरिंग करानी पड़ रही है। सिचिंत क्षेत्रफल...
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