कार्यालय संवाददाता, सितम्बर 12 -- यूपी के मिर्जापुर में पंडित छन्नू लाल मिश्र के आवास पर गुरुवार को जो दृश्य दिखा उसने साबित कर दिया कि इलाज सिर्फ दवा से नहीं, बल्कि मन के संबल और संगीत से भी होता है। डॉ. संजीव सिंह इलाज करने पहुंचे थे, मगर कुछ ही देर में वहां सेवा और सुरों का अनोखा संगम देखने को मिला। पंडित छन्नू लाल मिश्र की तबियत खराब है। मां विंध्यवासिनी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉ. संजीव सिंह मेडिकल टीम के साथ उनके घर इलाज के लिए गए थे। मेडिकल टीम जब उनके घर पहुंची तो माहौल गंभीर था। डॉक्टरों की टीम कभी नाड़ी चेक कर रही थी तो कोई बीपी। इलाज के बाद जब डॉ. संजीव ने छन्नू लाल मिश्र को अपना परिचय दिए तो वो नहीं पहचान पाए। इसके बाद डॉक्टर संजीव सिंह ने वाद्ययंत्र उठाया और स्वर छेड़ दिए। कमरे का सन्नाटा टूटा और भजन क...