पटना, जनवरी 27 -- दवा सेवन की नयी पद्धति बीपाल्स रेजिमेन के माध्यम से छह माह के अंदर ड्रग रेसिस्टेंट टीबी के मरीजों का उपचार संभव हो सकेगा। इससे मरीजों को राहत मिलेगी। इस संबंध में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 23 एवं 24 जनवरी को राज्य स्वास्थ्य समिति परिसर में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन करते अपर निदेशक सह यक्ष्मा के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. बीके मिश्र ने किया। उन्होंने कहा कि बिहार पहला राज्य है, जिसने स्वास्थ्यकर्मियों और पदाधिकारियों का प्रशिक्षण बीपाल्म रेजिमेन पर किया है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन के नेशनल प्रोग्राम ऑफिसर एवं ड्रग रेसिस्टेंट टीबी एक्सपर्ट डॉ. मल्लिक परमार ने मुख्य प्रशिक्षक की भूमिका निभायी। डॉ. मल्लिक परमार ने प्रशिक्षण कार्यशाला में शामिल प्रतिभागियों को बीपाल्म रेजिमेन से संबंधित जानकारी...