चाईबासा, अक्टूबर 5 -- गुवा संवाददाता। केंद्र सरकार ने दवाइयों पर लगने वाले गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) में उपभोक्ताओं को राहत देते हुए 22 सितंबर से दर को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया है। सरकार के इस फैसले से उम्मीद की जा रही थी कि आम आदमी को दवा खरीदने में आर्थिक राहत मिलेगी। लेकिन, वास्तविकता यह है कि जीएसटी में कटौती का सीधा असर उपभोक्ताओं तक अभी तक नहीं पहुंच पाया है। सूत्रों के अनुसार, गुवा के मेडिकल स्टोरों में दवाइयां अब भी पुराने एमआरपी यानी प्रिंटेड रेट पर ही बेची जा रही हैं। ग्राहकों का कहना है कि जब टैक्स कम हो गया है तो कीमतें भी घटनी चाहिए थीं। लेकिन दुकानदार और कंपनियां अभी तक नई दरों के अनुसार दवा उपलब्ध नहीं करा रही हैं। इससे उपभोक्ता नाराज़ हैं और सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय मेडिकल दुकानदारों का...