बदायूं, सितम्बर 25 -- बदायूं। डिजिटल के दौर में तामम लोग सोशल साइड पर पढ़कर दवाएं खरीद रहे हैं और इस्तेमाल कर रहे हैं जो कई बार नुकसान दे रही हैं। वहीं कुछ लोग सीधे मेडिकल स्टोर से दवाएं लेते हैं और इस्तेमाल करते हैं उसके दुष्पपरिणाम पता नहीं होते हैं। लगातार सेवन से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सरकारी अस्पताल में भी दवाएं लेने के बाद खाने की प्रक्रिया भूल जाते हैं। ऐसी स्थिति में सही दवा सही समय पर सही इस्तेमाल मरीज करे यह भूमिक फार्मासिस्ट की अहमद है। जिला अस्पताल में दो फार्मासिस्ट ऐसे हैं जो दवाएं वितरण के साथ-साथ मरीजों को समझाने पर जोर देते हैं। गुरुवार 25 सितंबर विश्व फार्मासिस्ट-डे दिवस है। आज तमाम कार्यक्रम और चर्चाएं होंगी लेकिन फार्मासिस्ट की असली भूमिका चिकित्सा के क्षेत्र में क्या है इस पर गौर कोई नहीं करता है। असली भू...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.