लखनऊ, अप्रैल 19 -- मलिहाबाद, संवाददाता। आम के बागवानों को कीटों से होने वाले नुकसान से बचाव के लिए शनिवार को वैज्ञानिकों ने कई तरीके बताए। मलिहाबाद फल पट्टी में आम में इस बार काफी बौर था, लेकिन बौर में रोगों के कारण आम बेहद कम दिखाई दे रहे हैं। औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण संस्थान के मुख्य उद्यान विशेषज्ञ डॉ. श्रीकृष्ण मोहन चौधरी ने बताया कि यदि बाग में आम की फसल में कैटर पिलर (ब्लैक इंच वर्म) की समस्या है तो क्लोरोसाइपर, क्लोरोपाईरीफास 50 फीसदी और साईपरमेथ्रिन पानी के साथ छिड़काव करें या फिर इमामेक्टिन बेंजोएट पांच प्रतिशत एसजी एक मिली लीटर प्रति लीटर पानी के साथ या स्पिनेटोरम 11.7 प्रतिशत एससी 0.3 मिली लीटर प्रति लीटर पानी में घोलबना कर छिड़काव करें। आवश्यकतानुसार 8 से 10 दिन बाद दूसरा छिड़काव करें। इससे इन रोगों से बचाव हो सकता है। उन...