जमशेदपुर, मई 6 -- सेंदरा पर्व के दौरान वन विभाग की सारी चौकसी और सुरक्षा योजना फेल हो गई। सोमवार को दलमा में शिकारियों ने दो हिरण और एक सूअर का शिकार किया। बोड़ाम जंगल के रास्ते देर शाम साढ़े सात बजे शिकारियों ने शिकार के साथ जश्न मनाया। हालांकि शिकारियों ने हिरण की तस्वीर देने से इनकार कर दिया। दूसरी ओर डीएफओ का दावा है कि सेंदरा वीरों ने जानवरों का शिकार नहीं किया। इधर, सोमवार को जंगलों की ओर जाने वाले चेकनाकों पर सुरक्षा बलों की तैनाती रही और वहां से सेंदरा वीरों को लौटा दिया गया। वन विभाग की सख्त पहरेदारी और आदिवासी समाज की समझदारी के कारण बड़े पैमाने पर शिकार नहीं हो सका। वन विभाग का कहना है कि हाल के कुछ वर्षों से सेंदरा के दौरान जानवरों के शिकार पर काफी हद तक रोक लगी है। इक्का-दुक्का जानवरों का शिकार रोक पाना संभव नहीं हो पाता। फदल...