जमशेदपुर, मई 3 -- दलमा वन्यप्राणी आश्रयणी में 5 मई को जनजातीय समुदाय द्वारा मनाए जाने वाले पारंपरिक विशु पर्व के दौरान होने वाले सेंदरा (शिकार) की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन और वन विभाग ने व्यापक तैयारी की है। वन्य प्राणियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अवैध शिकार पर नियंत्रण के लिए कई अहम कदम उठाए गए हैं।दलमा के डीएफओ सबा आलम अंसारी ने मानगो वन विभाग के कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में विभिन्न सेंदरा समितियों के प्रतिनिधियों से अपील की है कि वे पारंपरिक विशु पर्व को सांकेतिक रूप से मनाएं और वन्य प्राणियों का शिकार न करें। विशु शिकार की रोकथाम के लिए जमशेदपुर, सरायकेला और सामाजिक वानिकी (आदित्यपुर) वन प्रमंडलों के पदाधिकारियों व कर्मचारियों को तैनात किया गया है। साथ ही, पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिलों के उपायुक्तों व पुलिस अधी...