भभुआ, मार्च 8 -- संघर्ष व हौसले से गढ़ा हूनर, नेशनल गेम्स व खेलो इंडिया में बजाया बिहार का डंका खेल सम्मान व दो लाख पुरस्कार मिला तो बाधाओं के प्लेटफार्म पर चमकी कामयाबी (महिला दिवस) रामगढ़, एक संवाददाता। सात साल तक संघर्ष की खुरदुरी जमीन पर बाधाओं के दांवपेंच से लड़ती रही एक लड़की ने आखिरकार वो नजीर गढ़ ही दी, जो बेटियों के लिए मिसाल से कम नहीं। उसके शानदार प्रदर्शन के लिए बीते साल पटना के ज्ञान भवन में आयोजित खेल सम्मान समारोह में जब अन्नू गुप्ता को राज्य खेल सम्मान व दो लाख रुपए का पुरस्कार मिला तो उसकी कठिन किन्तु कामयाब कोशिश की कहानी चमकदार बन गई। ग्रामीण समाज के ताने-बाने में लड़की होकर कुश्ती में कॅरियर संवारने के शुरुआती दौर में वह उपहास का पात्र बनी, लेकिन हार नहीं मानी। स्टेट कुश्ती में मेडल जीत पुरस्कार के पैसे से रोटी का इंतजाम करन...