शामली, मई 24 -- थाना भवन नगर के मोहल्ला हाफिज दोस्त मे पाल चौपाल मे चल रह श्री मद्भागवत कथा के सातवे दिन वृंदावन से आये कथा व्यास परमानंद महाराज ने सुदामा एवम श्री कृष्ण की मित्रता को दर्शाते हुए कहा मित्रता सबसे बड़ा रिश्ता है. इसे पूरे मन से निभाना चाहिए.मित्रता में अमीर-गरीब का भेद नहीं होना चाहिए. मित्र हमारे सुख-दुख के साथी होते हैं. किसी भी परिस्थिति में मित्र हमेशा साथ खड़े होते हैं. मित्र के प्रति ईमानदारी, त्याग, और सम्मान का भाव रखना चाहिए. जीवन में सुदामा की भांति धैर्य कभी नहीं छोड़ना चाहिए. इंसान का आत्मसम्मान रिश्तों से भी बड़ा होता है। अपने कर्तव्यों से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए कथा व्यास ने कहा सुदामा गरीब थे दरिद्र नही।गरीबी का मतलब भोजन पानी मकान वस्त्र स्वास्थ्य एवम धन की कमी होता है जबकि दरिद्र ईश्वर भक्ति से विहीन असंत...