रुडकी, मार्च 2 -- दरगाह साबिर पाक में रोजाना लंगर चलता हैं, लेकिन रमजान के महीने में लंगर के अलावा दरगाह साबिर पाक में रहने वाले और बाहर से आने वाले रोजेदारों को दरगाह प्रशासन की ओर से हर साल रमजान के महीने में इफ्तारी व सहरी दी जाती हैं। रोजेदारों को दरगाह परिसर में बैठाकर और दस्तरखान लगाकर रोजा इफ्तार कराया जाता हैं। इसके अलावा क्षेत्र में कई और जगहों पर भी लोग रोजा इफ्तार कराते हैं। दरगाह प्रबंधक रजिया ने बताया कि दरगाह साबिर पाक की ओर से कराए जा रहे रोजा इफ्तार में रोजाना केला, पपीता, संतरा, खजूर अन्य फलों समेत चना इस्तेमाल किया जा रहा है। जैसे-जैसे रोजेदारों की संख्या बढ़ेगी इफ्तारी में फलों और अन्य सामग्री की मात्रा उसी के अनुसार बढ़ाई जाएगी। रात को सहरी में दाल रोटी और शाम को इफ्तारी में दाल चावल दिया जा रहा है।

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