पूर्णिया, मई 8 -- जलालगढ़, एक संवाददाता। मंगलवार को जलालगढ़ प्रखंड क्षेत्र के नेताजी चौक पर अखिल भारतीय विद्यार्धी परिषद् एवं श्री राम सेवा संघ पूर्णिया द्वारा थैलीसीमिया जागरूकता अभियान के तहत रक्तदान सेवा शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान करने के लिए स्थानीय युवाओं ने इसमें बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। आयुष चिकित्सक डॉ. प्रमोद दुबे ने कहा कि थैलीसीमिया रोग वंशानुगत रोग है। यह रोग माता-पिता के द्वारा बच्चे में आता है। यह दो तरह का होता है मेजर और माइनर जिसे अल्फा और बीटा भी कहते है। इसमें जब कोशिकाओं में प्रोटीन की कमी हो जाती है और जब इस स्थिति में ऑक्सीजन नहीं मिलता है और शरीर पीला हो जाता है। एनीमिया की कमी हो जाती है। इसका उपचार सिर्फ ब्लड ट्रांसफ्यूजन है। अगर माता-पिता की थैलीसीमिया जांच हो जाए तो बच्चे को इस बीमारी से बचाया जा सकता है। शि...