अयोध्या, अप्रैल 5 -- अयोध्या, संवाददाता। मेडिकल कालेज थैलेसीमिया के मरीजों की स्क्रीनिंग करेगा। पति पत्नी में बीमारी सामने आने के बाद गर्भधारण के केस को रोकने का प्रयास होगा। जिससे थैलेसीमिया के मरीजों की संख्या में कमी आए। बीमार मरीजों के लिए दस बेड का वार्ड बनाया जाएगा। स्क्रीनिंग के लिए मशीने भी लगाई जाएगी। थैलेसीमिया को वंशानुगत रोग माना जाता है। इसके मरीज के रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। जिससे मरीज को बार-बार रक्त चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है। इस रोग का फिरहाल कोई इलाज नहीं है। लगातार रक्त की आवश्यकता पड़ने के कारण सभी इसका सही तरीके से इलाज भी नहीं करा पाते है। इस बीमारी की गम्भीरता को देखते हुए मेडिकल कालेज इसके मरीजों की स्क्रीनिंग करेगा। मेडिकल कालेज ब्लड बैंक के विभागाध्यक्ष डा. दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि थैलेसीमिया के म...