मुजफ्फरपुर, अप्रैल 6 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। दुष्कर्म ऐसी घटना है जिसमें लड़की और महिला जल्द मुंह नहीं खोलती। इसके बाद भी अगर थाने में कोई फरियाद लेकर पहुंचे और उसका मामला दर्ज नहीं हो तो पुलिस पर कई सवाल खड़े होते हैं। बीते एक साल के दौरान जिले के थानों से 72 दुष्कर्म व यौन हिंसा की शिकार नाबालिग पीड़िताएं थाने से लौटा दी गईं। कई-कई दिनों तक थाने में दौड़ने के बाद भी जब मामला दर्ज नहीं हो सका तो पीड़िताओं को विशेष पॉक्सो कोर्ट जाना पड़ा। परिवाद दायर कर इंसाफ के लिए पीड़िताएं संघर्ष कर रही हैं। बीते साल जनवरी 2024 से लेकर दिसंबर तक पॉक्सो व दुष्कर्म की धारा में 60 पीड़िताओं ने कोर्ट में परिवाद दायर कराया। इस साल जनवरी से मार्च तक 10 परिवाद दायर कराए गए। इस तरह एक साल में दुष्कर्म पीड़ितों के 72 परिवाद दायर किए गए। विशेष पॉक्सो को...