मुरादाबाद, मार्च 26 -- कई मरीजों की बीमारी एक जैसी होते हुए भी एक ही दवा काम नहीं करती, बल्कि लगभग सभी मरीजों को उनकी शारीरिक और मानसिक प्रकृति के अनुरूप अलग-अलग दवा देनी पड़ती है तभी वह कारगर हो पाती है। होम्योपैथी पद्धति से इलाज के बारे में यही हकीकत है, लेकिन अब त्वचारोगों के इलाज में होम्योपैथी भी एलोपैथी की राह पर चलने जा रही है। इसमें एलोपैथी की तरह एक ही दवा भिन्न-भिन्न प्रकृति के लोगों को ठीक करेगी। त्वचारोगों के इलाज में एलोपैथी की तरह ही एक कॉमन दवा ढूंढे जाने का दावा किया गया है, जिसे लखनऊ में होम्योपैथी चिकित्सा पर आयोजित हुई राष्ट्रीय कांफ्रेंस में साझा किया गया। कांफ्रेंस में देशभर के होम्योपैथी चिकित्सक शामिल हुए। मुरादाबाद स्थित राजकीय केजीके होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज के 75 सदस्यीय दल ने एनॉटॉमी के विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्णवीर ...