नई दिल्ली, नवम्बर 28 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। देश में त्वचा दान का नेटवर्क कमजोर है। इसे मजबूत करने के लिए हर जिले में एक क्लेक्शन केंद्र की दरकार है। ये बातें एम्स में त्वचा बैंकिंग पर आयोजित एक कार्यक्रम में डॉक्टरों ने कही। डॉक्टरों ने कहा कि यदि हर जिले में एक कलेक्शन सेंटर बन जाए, तो डोनर उपलब्ध होने पर यह प्रक्रिया आसान हो सकती है। डॉक्टर के पहुंचने में देरी के कारण त्वचा दान की प्रक्रिया भी बाधित नहीं होगी। कार्यक्रम में डॉक्टरों ने बताया कि देश में 70 लाख लोग बर्न से पीड़ित होते हैं। इस वजह से हर वर्ष करीब डेढ़ लाख लोगों की मौत हो जाती है और ढाई लाख लोग अपंग हो जाते हैं। बर्न के ज्यादातर मरीजों की मौत संक्रमण के कारण होती है। इस वजह से 30-40 प्रतिशत से अधिक झुलसे मरीजों को त्वचा प्रत्यारोपण की जरूरत होती है, जो मरीज के जख्म...